केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को दूसरी बार जीतकर आए हुए एक साल से ज्यादा का वक्त हो गया है। मई 2019 में आए चुनावी नतीजों में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने धमाकेदार जीत हासिल कर एक बार फिर केंद्र की सत्ता पर कब्जा किया था। तब से अब तक कितना बदला है वोटरों का मिजाज ये जानने की कोशिश की मशहूर न्यूज चैनल आजतक ने। कार्वी इनसाइट्स लिमिटेड के साथ मिलकर इंडिया टूडे ग्रुप ने ‘देश का मिजाज’ नाम से एक खास सर्वे किया जिसके परिणाम चौंकाने वाले रहे।
आज जबकि देश में कोरोना, बेरोजगारी, चीन और अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर चौतरफा निराशा छाई हुई है। ऐसे में लोगों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऊपर विश्वास बढा है। 66 प्रतिशत लोगों का मानना है मोदी जी देर-सवेर इन सभी समस्याओं का समाधान ढुंढ लेंगे। ज्यादातर लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश इस वक्त सुरक्षित हाथों में है।

कार्वी इनसाइट्स लिमिटेड द्वारा किए गए इस सर्वे के नतीजे से एक बात निकल कर सामने आई कि यदि आज चुनाव हों तो एकबार फिर बीजेपी अपने दम पर बहुमत के जादुई आंकड़े को पार कर लेगी लेकिन इसके बावजूद वह 2019 का प्रदर्शन दोहरा नहीं पाएगी। 2019 के नतीजों की तुलना में न सिर्फ बीजेपी बल्कि एनडीए की सीटें भी घट जाएंगी।
2019 के लोकसभा चुनाव के नजरिए से देखें तो एनडीए को 353 जबकि बीजेपी को अपने दम पर 303 सीटें मिली थी। जबकि सर्वे के मुताबिक अगर आज सभी 543 लोकसभा सीटों पर चुनाव हो तो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए को 42 फीसदी वोटों के साथ 316 सीटें मिलेंगी जबकि बीजेपी को अकेले दम पर 36 फीसदी वोटों के साथ 283 सीटें हासिल होंगी जो बहुमत के जादूई आंकड़े से 11 ज्यादा है।

हालांकि देखा जाए तो इस तरह से पिछले चुनाव की तुलना में एनडीए की 37 सीटें घटती दिख रही हैं वहीं बीजेपी को भी 20 सीटों का नुकसान होने की संभावना है। इसके अलावा कार्वी इनसाइट्स के सर्वे में सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले यूपीए को 27 फीसदी वोटों के साथ 93 सीटें मिलने की संभावना भी बताई गई है।
इसमे भी कांग्रेस को अपने दम पर 19 फीसदी वोट और 49 सीटें हासिल होंगी। इस तरह से कांग्रेस को 2019 के लोकसभा के चुनाव की तुलना में 3 सीटों का नुकसान झेलना पड़ता, हालांकि यूपीए की दो सीटें बढ़ जातीं। बता दें कि कांग्रेस को 2019 में 52 सीटें मिली थीं जबकि यूपीए के खाते में 91 सीटें आई थीं।
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इसके अलावा देश में कई ऐसे राजनीतिक दल भी हैं जो न तो यूपीए और न ही एनडीए का हिस्सा हैं। सर्वे के मुताबिक ऐसे अन्य दलों के खाते में 31 फीसदी वोट के साथ 134 सीटें जा सकती हैं। अन्य दलों में सपा, बसपा, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, पीडीपी, एयूडीएफ, आरएलडी, टीआरएस, बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस, टीडीपी सहित तमाम वामपंथी दल शामिल हैं।
हम आपको बताना चाहेंगे कि ‘आजतक’ के लिए कार्वी इनसाइट्स ने यह सर्वे देश के 19 राज्यों के 97 संसदीय और 194 विधानसभा क्षेत्रों में किया। सर्वे 15 जुलाई से 27 जुलाई के बीच किया गया। इस सर्वे में 52 फीसदी पुरुष और 48 फीसदी महिलाओं की राय को शामिल किया गया था। धार्मिक आधार पर ये सैंपल साइज देखा जाए तो 86 फीसदी हिंदू, 9 फीसदी मुस्लिम और पांच फीसदी अन्य धर्मों के लोगों की राय जानी गई।
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News Source: AAJ TAK