हम सभी का सपना होता है कि हम बहुत पैसे कमाएं और लग्जरी लाइफ जिएं। कुछ लोग अपनी मेहनत के दम पर अपने इस सपने को सच भी कर लेते हैं तो कुछ के लिए यह एक सपना ही रह जाता है। लेकिन कोई अगर आपसे ये कहे कि आपको जिस काम के लिए महीने के 25,000 रूपए मिलते हैं उसी काम के लिए आपके दोस्त को आपसे छह गुना ज्यादा पैसे मिलते हैं तो आपका जवाब होगा ऐसा हो ही नहीं सकता।
बहरहाल ये संभव है लेकिन उसके लिए आपको इस पोस्ट में बताए गए 10 देशों में से किसी एक में जाना होगा। दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां पर कॉस्ट ऑफ लिविंग में बहुत ज्यादा अंतर है। तो वहीं सैलरी स्ट्रक्चर में भी काफी अंतर है। पूरी दुनिया में लाखों की तादाद में लोग अच्छी सैलरी के लिए अपना देश छोड़कर दूसरे देश में कमाने जाते हैं।
अगर उन्हे उनके स्किल के हिसाब से अच्छी जॉब मिल जाते तो फिर उनके वारे-न्यारे हो जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही 10 देशों के बारे में बताएंगे जहां पर सबसे ज्यादा सैलरी दी जाती है। आगे बढने से पहले आपको बताना चाहेंगे कि इस पोस्ट में जो सैलरी बताई गई है वो स्किल्ड पर्सन्स की औसत सालाना इनकम है और ये जरूरी नहीं कि विदेशों में हर किसी को इतनी सैलरी मिलती हो।
यहाँ मिलती है सबसे ज्यादा औसत सैलरी
10) बेल्जियम (Belgium)

अपने ब्रेवरीज उत्पादों के लिए पूरी दुनिया में मशहूर बेल्जियम सैलरी देने के मामले में भी ज्यादा पीछे नहीं है। यहां लोगों की सालाना औसत सैलरी $49,675 (34,77,250 रुपए) है। अगर मिनिमम वेजेस की बात करें तो यहां प्रति घंटे न्यूनतम सैलरी $10.1 (707 रुपए) है। यह यूरोप का एकमात्र ऐसा देश हैं जहां पुरूषों और महिलाओं की सैलरी में नाम मात्र का अंतर है।
9) ऑस्ट्रिया (Austria)

सेंट्रल यूरोप में स्थित ऑस्ट्रिया एक लैंडलॉक देश है यानि यह चारों तरफ से अलग-अलग देशों से घिरा हुआ है। अपने आर्ट और कल्चर के लिए मशहूर इस देश के लोगों की सालाना औसत सैलरी $50,349 (35,24,430 रुपए) है। यहां का मुख्य बिजनेस पेट्रोलियम और गैस, फूड प्रोसेसिंग, मेटल्स, केमिकल्स इत्यादि पर आधारित है।
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8) नॉर्वे (Norway)

रहस्यमयी नॉर्दर्न लाइट्स (Northern Lights) के लिए पूरी दुनिया में मशहूर नॉर्वे की औसत सैलरी $51,212 (35,84,840 रुपए) है। नॉर्वे को प्रकृति ने बहुत सारे प्राकृतिक रिसोर्सेज से नवाजा है। यहां पर तेल, जंगल और कई अन्य प्राकृतिक स्त्रोत पाए जाते हैं जो यहां की अर्थव्यवस्था की मजबूती में भरपूर योगदान देते हैं। हालांकि यहां पर टैक्स बहुत ज्यादा है लेकिन साथ ही अच्छी क्वालिटी की हेल्थकेयर सुविधा और उच्च स्तर की शिक्षा भी उपलब्ध है।
7) डेनमार्क (Denmark)

डेनमार्क वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स के अनुसार दुनिया का तीसरा सबसे खुशहाल देश है। उत्तरी यूरोप में बसा यह देश कुल 406 द्वीपों का एक समूह है। यहां बड़े स्तर पर बिजली के उत्पादन के लिए पवन चक्की का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा डेनमार्क पवन चक्की का उत्पादन और निर्यात के मामले में भी दुनिया के चुनिंदा देशों में शामिल है। इस देश में सालाना प्रति व्यक्ति औसत सैलरी $51,466 (36,02,620 रुपए) है।
6) आयरलैण्ड (Ireland)

आयरलैंड दुनिया के उन कुछ गिने-चुने देशों में से एक है जहां कि जीवन शैली बहुत ही उच्च स्तर की है। इस देश को यूनाइटेड किंगडम का कृषि विभाग भी माना जाता है। आयरलैंड को हाई रिजॉल्यूशन वाले वीडियो गेम बनाने वाली कंपनियों के लिए भी जाना जाता है। यहां लोगों की औसत सैलरी 51,618 डॉलर (36,13,260 रुपए) है। यहां प्रति घंटा न्यूनतम वेतन औसतन 10.9 डॉलर (763 रुपए) है।
5) ऑस्ट्रेलिया (Australia)

पूरे विश्व में जीडीपी के मामले में ऑस्ट्रेलिया का स्थान 13वां है। साल 2016 के बाद, ऑस्ट्रेलिया में प्रति व्यक्ति आय में बहुत तेजी से बढोत्तरी हुई है जिस कारण यह दूसरे देशों के लोगों के लिए अमेरिका के विकल्प के तौर पर उभरा है। यहां लोगों की सालाना औसत सैलरी 52,063 डॉलर (36,44,410 रुपए) है।
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4) नीदरलैंड्स (Netherlands)

नीदरलैँड्स यूरोप का सबसे घनी आबादी वाला देश है। इसका एक चौथाई जमीनी हिस्सा समुद्र तल से भी नीचे है। नीदरलैंड्स पूरी दुनिया में फूलों का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। यहां प्रति व्यक्ति सालाना सैलरी $52,877 यानि (37,01,390 रुपए) है। यहां प्रति घंटा न्यूनतम वेतन औसतन 10 डॉलर (700 रुपए) है।
3) अमेरिका (United States of America)

जीडीपी रैंकिंग के मुताबिक, अमेरिका इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और सबसे अमीर देश भी है। यहां लोगों की सालाना औसत सैलरी 60,558 डॉलर (42,39,060 रुपए) है। प्रति घंटा न्यूनतम मजदूरी की बाते करें तो यह 7.25 डॉलर (507.5 रुपए) है। हालांकि ज्यादातर लोगों का ड्रीम जॉब डेस्टिनेशन अमेरिका ही होता है लेकिन अमेरिका द्वारा कड़े नियम लागू करने के कारण हर किसी के लिए वहां जाना संभव नहीं होता है।
2) स्विटजरलैण्ड (Switzerland)

स्विटजरलैण्ड का नाम सुनते हीं आपके दिमाग में वहां की बर्फीली वादियां और खूबसूरती की तस्वीर दिखने लगती होगी।। लेकिन इसके अलावा भी वहां बहुत सारी चीजें है जिसके लिए यह देश जाना जाता है। यहां पर हेल्थ से संबंधित चीजें और दवाइयां बनाई जाती हैं। साथ ही यहां पर घडि़यों का निर्माण भी बहुत ज्यादा मात्रा में किया जाता है। यहां प्रति व्यक्ति सालाना औसत सैलरी 62,283 डॉलर (43,59,810 रुपए) है। अब ऐसे में आपको यूरोप के इस स्वर्ग में ड्रीम जॉब भी मिल जाए तो आपसे ज्यादा खुशकिस्मत इंसान भला कौन होगा।
1) लक्समबर्ग (Luxemberg)

लक्समबर्ग जनसंख्या और आकार में एक बहुत ही छोटा देश है। दिल्ली-एनसीआर के कुल क्षेत्रफल से भी छोटा। ये देश आर्थिक रूप से बहुत ज्यादा मजबूत है। इस देश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस, रियल एस्टेट, आईटी और टेलीकम्यूनिकेशन पर आधारित है। फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस देश में सालाना प्रति व्यक्ति औसत सैलरी 63,062 डॉलर है। भारतीय मुद्रा में इसका हिसाब लगाएं तो यह तकरीबन 44,14,340 रुपए होता है। यहां प्रति घंटा न्यूनतम मजदूरी 11.50 डॉलर यानी करीब 805 रुपए है।
Note: यह सभी आंकड़े मशहूर पत्रिका फोर्ब्स की वेबसाइट से ली गई है और ये आंकड़े 31 July 2019 तक के हैं।
यहां हम ये भी बताना चाहेंगे कि जिन देशों में औसत सैलरी ज्यादा है वहां पर महंगाई भी उसी हिसाब से है। जिस कारण आप उसमे से कुछ सौ/हजार डॉलर ही अपने लिए बचा पाएंगे। हालांकि ऐसे देशों में आप अपनी लाइफस्टाइल बिल्कुल सिंपल रखते हैं और फिजुलखर्ची से बचते हैं तो आप बहुत ही अच्छी रकम बचाने में कामयाब हो पाएंगे।
तो आप अपने ड्रीम जॉब के लिए इनमे से किस देश में जाना पसंद करेंगे अपने जवाब कमेंट कर के जरूर बताइएगा।
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