Home Ajab Gajab सांप अपनी केंचुली क्यों उतारते हैं जानिए केंचुली के टोटके और औषधीय गुण के बारे में

सांप अपनी केंचुली क्यों उतारते हैं जानिए केंचुली के टोटके और औषधीय गुण के बारे में

by admin
saanp ki kechuli

सांप (Snake) एक रेंगने वाला जीव है जो आयरलैंड, आइसलैंड, न्यूजीलैंड, उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों को छोड़कर सम्पूर्ण विश्व में पाए जाते है। सांप एक जहरीला जीव है जो दुनिया में सबसे अधिक इंसानो पर हमला करता है। सांप के हमले में हर साल हजारो लोग मारे जाते है, क्योंकि इस जीव में पाया जाने वाला जहर विश्व के अन्य सभी जीवो में पाए जाने वाले जहर से कही अधिक जानलेवा होता है।

दुनिया भर के विषैले सांपों की लगभग 725 प्रजातियों में से 250 प्रजातियां ही जहरीली होती है। दुनिया का सबसे खतरनाक साँप Saw-Scaled Viper है, जो हर साल किसी भी अन्य साँप की तुलना में अधिक लोगों को काटता है। सांप साल में कई बार अपनी त्वचा बदलते है, और शरीर की पुरानी त्वचा को शरीर से बाहर निकाल देते है जिसे केंचुली कहा जाता है।

क्या है केंचुली – क्यों छोड़ता है सांप इसे?

जिस तरह से मनुष्य पुराने कपड़े उतारकर नए कपड़े पहनता है, ठीक उसी तरह बहुत से जीव-जंतु भी ऐसा करते हैं। इसमे सबसे अधिक सांप का केंचुल (snake skin) निकालना फेमस है। – यानि कि उसकी पुरानी स्किन उतारना। किसी समय सांप की केंचुल आसानी से देखने को मिल जाती थी, क्योंकि सांप बहुतायत से पाए जाते थे। आजकल जंगल कट गए, पक्के घर बन गए। अब सांप बहुत कम बचे हैं।

इसे भी पढें: Snake Island Brazil: धरती का नागलोक जहाँ चलती है जहरीले नागों की सत्ता

केंचुल पारदर्शी सा दिखने वाला सांप की त्वचा का ऊपरी भाग या पर्त होती है जो एक निश्चित समय और दौर में सांप स्वयं छोड़ देता है। सांप अपनी त्वचा के खराब होने पर इसे साल में तीन से चार बार उतारता है, जिसे केंचुली उतारना कहते हैं। अजगर साल में एक बार ही केंचुली बदलता है। केंचुली उतारने के बाद सांप की त्वचा की सफाई हो जाती है। किसी प्रकार का संक्रमण हो, तो वह भी ठीक हो जाता है।

जैसे पुरानी त्वचा के मृत होने के बाद नई त्वचा उसकी जगह ले लेती है, सांप के साथ भी ऐसा होता है, जब उसकी पुरानी त्वचा मृत हो जाती है, तो वह अपना केंचुल उतारकर नई त्वचा धारण कर लेता है। नई त्वचा काफी चिकनी और चमकदार आती है। केंचुली बदल जाने के बाद सांप काफी चुस्त और आकर्षक दिखता है।

त्वचा में कुछ भी खराबी होने पर सांप एकांत स्थान पर चला जाता है। खाना भी छोड़ देता है। फिर वह बहुत कष्टकारी प्रक्रिया से गुजरता है। उसके मुंह के पास की त्वचा कुछ ढीली होती है। जबड़े के पास किसी पत्थर आदि से रगड़कर चीरा लगाता है। फिर पेड़, पत्थर, कांटों आदि से शरीर रगड़-रगड़कर पूरे शरीर की केंचुली उतार देता है।

केंचुली पर सांप का रंग नहीं आ पाता, क्योंकि रंगों का निर्माण करने वाली पिगमेंट कोशिका सांप की त्वचा में ही चली जाती है। केंचुली उतारने के बाद सांप पहले से कहीं ज्यादा चुस्त और फुर्तीला हो जाता है। केंचुल उतारने की प्रक्रिया सांप के लिए बेहद फायदेमंद होती है। ऐसा माना जाता है, कि अपना केंचुल उतारकर सांप अपनी उम्र बढ़ाता रहता है। जो सांप निरंतर ऐसा करते रहते हैं, उन्हें अमरता प्राप्त हो जाती है।

सांप की केंचुली देखना शुभ होता है –

ऐसा माना जाता है, कि घर में दो मुंह का सांप आ जाए, अथवा सांप की केंचुली मिले तो कुबेर आप पर मेहरबान होकर अपने खजाने का द्वार खोल देंगे। स्वप्न में सांप की केंचुली को देखना अति शुभ माना जाता है। इस कारण से, जो भी व्यक्ति स्वप्न में सांप की केंचुली देखता है, उसे हर कार्य में सफलता मिलनी तय है और साथ ही यह धन प्राप्ति का भी संकेत होता है। इसी प्रकार, घर में सांप की केंचुली रखना भी शुभ माना जाता है।

कुछ पारंपरिक मान्यता है कि सांप का दिखना भी शुभ और अशुभ फल का संकेत देता है। कभी कभी सांपों को दिखना तो यह भी बताता है कि आपको बड़ा धन लाभ मिलने वाला है। तो आइये जानते हैं सापों से जुड़े शगुन और अपशगुन के बारे में।

1) सांप अगर किसी मंदिर में या शिवलिंग पर लिपटा हुआ दिखे तो इसे एक शुभ शगुन माना जाता है। यह जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होने और उन्नति का संकेत माना जाता है। यह भी मान्यता है कि इससे मनोकामना पूरी होती है।

2) यूं तो सफेद सांप दिखना दुर्लभ है। लेकिन अगर आपको दिख जाए तो यह बड़ा ही अच्छा शगुन होता है। माना जाता है कि इससे आपकी बाधाएं दूर होती है और लाभ की प्राप्ति होती है।

इसे भी पढें: अगर सांप काटे तो अपनाएं ये उपाए, बच जाएगी मरीज की जान

3) अगर आप जमीन खरीद रहे हों और उस जमीन पर सांप या सांप का जोड़ा दिखे तो ऐसी जमीन को थोड़ा पैसा ज्यादा भी लगे तो खरीद लेना चाहिए। माना जाता है कि ऐसी जमीन उन्नति दिलाने वाली होती है।

4) अगर आप आर्थिक रुप से परेशान चल रहे हैं और धन प्राप्ति का कोई रास्ता नहीं नजर आ रहा है। ऐसे समय में अगर कोई सांप पेड़ पर चढ़ता नजर आए तो इसे शुभ शगुन मानना चाहिए। माना जाता है कि जल्दी ही कहीं से धन की प्राप्ति होने वाली है।

5) कुत्ते बिल्लियों की तरह सांप के रास्ता काटने का भी शुभ और अशुभ अपशगुन होता है। माना जाता है कि अगर आप किसी महत्वपूर्ण कार्य से जा रहे हों और रास्ते में दाएं से बाएं रास्ता काटते हुए सांप दिख जाए तो यह अच्छा शगुन होता है। ऐसी मान्यता है कि इससे कार्य में सफलता मिलती है और धन संबंधी कार्य से यात्रा कर रहे हों तो आर्थिक लाभ मिलता है। और यदि कहीं जाते समय बाएं तरफ से सांप रास्ता काटते हुए दिखे तो यह अच्छा शगुन नहीं होता है। ऐसे में जिस कार्य के लिए जा रहे हैं उसमें सफलता मिलने की संभावना कम रहती है।

6) ऐसी मान्यता है कि घर में या कहीं जाते हुए मरा हुआ सांप दिखे तो यह अच्छा शगुन नहीं होता है। अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भगवान शिव का जलाभिषेक करना चाहिए।

इसे भी पढें: यदि किसी को सांप काट ले तो तुरंत करें ये काम, होगा बहुत बड़ा फायदा

7) दो मुंह वाले सांप का दिखना या घर में आना बड़ा ही शुभ शगुन माना जाता है। यह लक्ष्मी प्राप्ति का सूचक माना जाता है।

8) सांप अगर प्रणय करते हुए यानि प्रेम संबंध स्थापित करते दिखें तो उस स्थान से तुरंत चले जाना चाहिए। सांपों का प्रणय देखना अच्छा शगुन नहीं माना जाता है। माना जाता है कि इससे सांप क्रोधित होकर आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं।

सांप की केंचुली के कुछ टोटके उपाय :

सांप की केंचुली को पीसकर उसमें वच, हींग तथा सूखी नीम की पत्तियों के मिश्रण को गाय के ऊपले पर डालकर लोहवान, गूगल का भी मिश्रण मिलाकर घर में मंगलवार से मिट्टी के सकोरे पर रखकर घर में इस धूमनी को घुमाएं। ऐसा करने से भूत-प्रेत व अन्य सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी।

घर में इन वस्तुओं का रखना होता है शुभ :

सफेद रत्ती, एकाक्षी नरियल, दक्षिणवर्ती शंख, हाथ जोड़ी, सियार सिंही, बिल्ली की जेल, एक मुखी रुद्राक्ष, गोरोचन, नागकेसर, सांप की अखंडित केंचुली, मोर के पंख, अष्टगंध आदि में श्री लक्ष्मी जी को रिझाने का विलक्षण गुण होता है। ये वस्तुएं, सुलभ हो सकें तो उन्हें ऐसे ही घर में रख लें, लक्ष्मी प्रसन्न होगीं।

सांप की केंचुली के औषधीय गुण :

मध्य प्रदेश की कुछ खास जनजातियां बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल किया करती हैं। कुछ जनजातियां, जो कुदरती रूप से काफी पूर्वानुमानी होती हैं, अगर आप उनके झोले में देखेंगे तो आपको वहां सांप की खाल अवश्य मिलेगी। यह खाल उन्होंने सांप मार कर हासिल नहीं की होती, बल्कि सांप द्वारा छोड़ी गई केंचुल होती है।

यह केंचुल वे लोग हमेशा अपने झोले में इसलिए रखते हैं, क्योंकि वे महीने के कुछ खास दिनों में इसका खास इस्तेमाल करते हैं। महीने में शिवरात्रि से लेकर अमावस्या और उसके बाद के उन तीन दिनों में जब आसमान में चांद लगभग गायब होता है, वे सांप की खाल का सेवन करते हैं। माना जाता है कि इन दिनों केंचुल का सेवन करने से सेहत, जीवन शक्ति, विचार व धारणा जैसी कई चीजों में खासा सुधार आता है।

क्या केंचुल रखना कानूनी तौर पर प्रतिबंधित है?

यह स्पष्ट नहीं है. क्योंकि यह सांप द्वारा स्वयं ही उतारी जाती है, न कि सांप को मारकर प्राप्त की जाती है, इसलिए इसे रखना प्रतिबंधित नहीं होना चाहिए, पर इसकी आड़ में कई लोग सांप को मारकर, उनकी खेलों का व्यापार करते हैं, शायद इसलिए, यह सम्भवतः प्रतिबंधित ही है। हम इस बारे में निश्चित तौर पर नहीं कह सकते।


ऐसी हीं खबर पढते रहने के लिए हमारे न्यूजलेटर को सब्सक्राइब जरूर करें और लगातार अपडेट पाने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज को लाइक जरूर करें।



इसे भी पढें:

Leave a Reply

[script_51]

Related Articles

Sachchi Khabar
Sachchi Khabar is an Online News Blog, where can read all types of news such as Politics, Education, Sports, Religion etc.
%d bloggers like this:

Adblock Detected

Please support us by disabling your AdBlocker extension from your browsers for our website.
UA-100006326-1