नवरात्र में मां के नौ स्वरूपों की अराधना की जाती है। इस दौरान भक्तगण कई तरह से मातारानी को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए प्रयास करते हैं। कई लोग नवरात्र में कलश भी स्थापित करते हैं वहीं कुछ लोग केवल व्रत रखते हैं। कहने का मतलब है कि हर कोई अपने-अपने तरीके से देवी मां को प्रसन्न करने का प्रयास करता है। लेकिन अगर आप नवरात्रों में इन 9 बातों का ख्याल नहीं रखते हैं तो आपकी सारी पूजा और भक्ति व्यर्थ हो जाएगी। आइए जानते हैं इन 9 जरूरी बातों के बारे में –

1) काले वस्त्रों का करें परहेज
सनातन धर्म में किसी भी धार्मिक अनुष्ठान या पूजा-पाठ के दौरान काले रंग के वस्त्रों का पहनना वर्जित माना गया है। इसका कारण ये है कि इस रंग के प्रति नकारात्मक ऊर्जा जल्दी ही आकर्षित हो जाती है। यही वजह है कि नवरात्रि पर काले रंग के वस्त्र पहनने से परहेज करना चाहिए। जब भी पूजा में बैठें तो मां को प्रिय लाल, पीले, गुलाबी और हरे रंग के वस्त्रों का प्रयोग करें।
2) चमड़े की वस्तुओं से दूरी
मां भवानी की पूजा के दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन करना पड़ता है। इसमें से ही एक है कि जब भी आप पूजा में बैठें तो चमड़े के जूते, चप्पल और बेल्ट का प्रयोग न करें। ख्याल रखें जब भी मंदिर जाएं तो चमड़े की वस्तुओं से परहेज करें।
3) न लगाएं अनाज का भोग
मातारानी को भोग लगाते समय ध्यान रखें कि उसमें अनाज नहीं होना चाहिए। यथाशक्ति मां को फलों और मिठाईयों, मिश्री, शक्कर, लौंग, इलायची का भोग लगा सकते हैं। लेकिन अन्न का पूरी तरह से परहेज माना गया है।
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4) कैंची का प्रयोग वर्जित
नवरात्रि के 9 दिनों तक कैंची का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसके अलावा बाल, दाढ़ी-मूंछ कटवाने से भी परहेज करना चाहिए। धर्मशास्त्र में भी नवरात्रि के दिनों में ये कर्म पूर्ण रूप से वर्जित माने गए हैं।
5) ब्रह्मचर्य व्रत का पालन
नवरात्रि पर जो लोग व्रत करते हैं या जो केवल पूजा करते हैं उन्हें 9 दिनों तक ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए। भूले से भी संबंध न बनाएं। ऐसा माना जाता है कि यदि नवरात्रि के दौरान व्यक्ति ब्रह्मचर्य व्रत का पालन नहीं करता है तो उसे पूजा का कोई फल नहीं मिलता है।
6) मासिक धर्म में न करें पूजा
मातारानी की पूजा में सात्विकता और पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है। इसलिए पूजा के नियमों में यह बताया गया है कि कभी भी नवरात्रि के दौरान यदि स्त्री रजस्वला हो तो उसे घर या मंदिर कहीं भी मां की पूजा नहीं करनी चाहिए।
7) इनका परित्याग है बेहद जरूरी
नवरात्रि के दौरान मां को प्रसन्न करने के लिए किसी विशेष पूजा-पाठ की जरूरत नहीं होती। केवल मन से सच्ची श्रद्धा से मां का स्मरण करें और किसी भी व्यक्ति की निंदा या चुगली करने से बचें। इसके अलावा झूठ का पूर्णरूप से परित्याग करें।
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8) लहसुन-प्याज का प्रयोग न करें
नवरात्रि के दौरान आप व्रत रखें या नहीं लेकिन लहसुन-प्याज का प्रयोग न करें। इसे तामसिक माना जाता है। यही वजह है कि 9 दिनों के दौरान इनका सेवन नहीं करना चाहिए।
9) दिन में न सोएं
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार नवरात्रि के दिनों में दिन में सोना नहीं चाहिए। ऐसा करने से पूजा का फल नहीं मिलता। कोशिश करें कि 9 दिनों तक दिन में मातारानी के भजन-कीर्तन करें।
नवरात्रि के दौरान अगर आप पूरे भक्तिभाव से इन 9 बातों का पालन करते हैं तो मातारानी की कृपा आप पर जरूर बरसेगी। जय माता दी।
News Source: NBT
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