सांपों को देखते हीं अच्छे-अच्छे लोगों की हालत खराब हो जाती है। हमारे देश में सांप के काटने से होने वाली मौतों में से सबसे अधिक मौत उसके डर से होती है उसके जहर से नहीं। भारत में सांपों की 550 प्रजातियां पाई जाती हैं जिसमें 10 प्रजाति वाले सांप बहुत जहरीले होते हैं। लेकिन ज्यादातर लोगों को ये पता हीं नही होता है कि कौन सा सांप जहरीला है और कौन सा नही। ऐसे में सिर्फ ये पता चलते हीं कि उन्हे सांप ने काट लिया है, वो घबरा जाते हैं और इसी घबराहट और डर के कारण उनकी मृत्यु तक हो जाती है।
सांप के काटने पर अगर आप थोड़ी होशियारी दिखायेंगे तो आप रोगी को बचा सकते हैं। आइये जानते हैं कैसे?
आपने देखा होगा साँप जब भी काटता है तो उसके दो दाँत है जिनमे जहर है जो शरीर के मांस के अंदर घुस जाते हैं और खून मे वो अपना जहर छोड़ देता है। फिर ये जहर ऊपर की तरफ जाता है। मान लीजिये हाथ पर साँप ने काट लिया तो फिर जहर दिल की तरफ जाएगा उसके बाद पूरे शरीर मे पहुंचेगा । ऐसे हीं अगर पैर पर काट लिया तो फिर ऊपर की और heart तक जाएगा और फिर पूरे शरीर मे पहुंचेगा। कहीं भी काटेगा तो दिल तक जाएगा और उसके बाद वहाँ से पूरे शरीर में फैलेगा। यानि पूरे शरीर मे उसे पहुँचने मे 3 घंटे लगेंगे।
मतलब ये है कि रोगी 3 घंटे तक तो नहीं हीं मरेगा। जब पूरे दिमाग के एक एक हिस्से मे बाकी सब जगह पर जहर पहुँच जाएगा तभी उसकी death होगी नहीं तो नहीं होगी। तो 3 घंटे का time है रोगी को बचाने का और उस तीन घंटे में अगर आप कुछ कर लें तो बहुत अच्छा है।
सांप के काटने पर करें ये काम
घर मे कोई पुराना इंजेक्शन (injection) हो तो उसे लें और आगे जहां सुई (needle) लगी होती है वहाँ से काटें। सुई (needle) जिस पलास्टिक मे फिट होती है उस प्लास्टिक वाले हिस्से को काटे। जैसे हीं आप सुई के पीछे लगे पलास्टिक वाले हिस्से को काटेंगे तो वो injection एक सक्शन पाईप की तरह हो जाएगा बिलकुल वैसा हीं जैसा होली के दिनों मे बच्चों की पिचकारी होती है।
उसके बाद आप रोगी के शरीर पर जहां साँप ने काटा है वो निशान ढूँढे। ये निशान बिलकुल आसानी से मिल जाएगा क्यूंकि जहां साँप काटता है वहाँ कुछ सूजन आ जाती है और दो निशान जिन पर हल्का खून लगा होता है आपको मिल जाएँगे। अब आपको वो injection(जिसका सुई वाला हिस्सा आपने काट दिया है) लेना है और उन दो निशान मे से पहले एक निशान पर रख कर उसको खीचना है।
जैसे हीं आप निशानपर इंजेक्शन रखेंगे वो निशान पर चिपक जाएगा तो उसमे vacuum create हो जाएगा और आप खींचेगे तो खून उस injection मे भर जाएगा बिलकुल वैसे हीं जैसे बच्चे पिचकारी से पानी भरते हैं तो आप इंजेक्शन से खींचते रहिए। जब आप first time खून निकालेंगे तो देखेंगे कि उस खून का रंग हल्का blackish होगा या dark होगा तो समझ लीजिये उसमे जहर मिक्स हो गया है।
इसे भी पढें: यदि किसी को सांप काट ले तो तुरंत करें ये काम, होगा बहुत बड़ा फायदा
तो जब तक वो dark और blackish रंग blood निकलता रहे आप खिंचते रहिए। ऐसा करने से सारा जहर मिला खुन निकल आएगा। चूँकि साँप जब काटता है उसमे जहर ज्यादा नहीं होता है। 0.5 मिलीग्राम के आस पास होता है क्यूंकि इससे ज्यादा उसके दाँतो मे रह ही नहीं सकता। तो 0.5-0.6 मिलीग्राम है दो-तीन बार मे आपने खींच लिया तो बाहर आ जाएगा और जैसे ही बाहर आएगा आप देखेंगे कि रोगी मे कुछ बदलाव आ रहा है थोड़ी consciousness (चेतना) आ जाएगी।
साँप काटने से व्यक्ति unconsciousness हो जाता है या semi consciousness हो जाता है और जहर को बाहर खींचने से चेतना आ जाती है। consciousness आ गई तो वो मरेगा नहीं तो इस तरह आप उसके लिए first aid (प्राथमिक सहायता) कर सकते हैं। अब आप किसी भी अस्पताल में जहाँ सांप काटे का इलाज होता है वहाँ ले जाएं जहाँ इलाज से वो व्यक्ति पूरी तरह से ठीक हो जाएगा।
दूसरा उपाए
होम्योपैथी में एक दवा है उसका नाम है NAJA (N A J A ) ये बहुत सस्ती है और किसी भी homeopathy shop में आपको मिल जाएगी और इसकी potency है 200, आप दुकान पर जाकर NAJA 200 कह कर खरीद सकते हैं। इसके 5 मिलीलीटर से आप 100 लोगो की जान बचा सकते हैं। इसकी बोतल भी आती है 100 मिलीग्राम की, आप चाहें तो उसे भी खरीद सकते हैं।
एक कहावत है जहर हीं जहर को काटता है ठीक उसी तरह NAJA भी दुनिया के सबसे खतरनाक साँप का हीं जहर है जिसको क्रैक कहते हैं इस साँप का जहर दुनिया मे सबसे खतरनाक माना जाता है। इसके बारे मे कहते हैं कि अगर इसने किसी को काटा तो उसे भगवान हीं बचा सकता है। उसी सांप के जहर से ये एंटी-वेनम NAJA बनाया गया है।
इसे भी पढें: Snake Island Brazil: धरती का नागलोक जहाँ चलती है जहरीले नागों की सत्ता
कैसे करें उपचार
सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जीभ पर पहले 1 बूंद रखे और 10 मिनट बाद फिर 1 बूंद रखे और फिर 10 मिनट बाद 1 बूंद रखें। 3 बार डाल के छोड़ दीजिये। मरीज को होश आ जाएगा अब आप चाहें तो एहतियात के तौर पर किसी अच्छे डॉक्टर के पास मरीज को दिखा सकते हैं।
विशेष नोट: यह उपाए अपनाने से पहले एक बार किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें। उपर बतायी गयी सारी बातें स्वर्गीय राजीव दीक्षित जी के बतायी गयी बातों पर आधारित है।
लाइक करें हमारे फेसबुक पेज को और न्यूज से सम्बंधित वीडियो देखने के लिए विजिट करें हमारे यूट्यूब चैनल को।
इसे भी पढें:
- जानिए दूध कब बन जाता है हमारे लिए जहर
- शहद खाने के ये फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे
- तेजी से मोटापा कम करना चाहते हैं तो इसे जरूर पढें
- नागपंचमी क्यूँ मनाया जाता है, जानिए इस त्योहार से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- घर के दरवाजे पर निम्बू-मिर्ची क्यों लटकाया जाता है, जानकर हो जाएंगे हैरान